(2024) Page Authority Kya Hai? और कैसे बढ़ाएं? (What is Page Authority and How to Increase it?)

Page Authority Kya Hai? – आपने शायद SEO के बारे में सुना होगा, जो कि आपकी वेबसाइट को सर्च इंजन पर अच्छी रैंकिंग दिलाने का एक तरीका है। SEO का एक महत्वपूर्ण फैक्टर है पेज अथॉरिटी (Page Authority), जो कि आपके वेबपेज की सर्च इंजन में रैंक करने की क्षमता को बताता है। इस लेख में हम जानेंगे कि पेज अथॉरिटी क्या है, कैसे चेक करें, और कैसे बढ़ाएं।

पेज अथॉरिटी क्या है? (What is Page Authority?)

Page Authority Kya Hai? –पेज अथॉरिटी (PA) एक स्कोर है, जो 1 से 100 तक होता है, जो कि MOZ नाम की एक कंपनी द्वारा दिया जाता है। MOZ वेबसाइट के लिंक प्रोफाइल, डोमेन अथॉरिटी (Domain Authority), और अन्य कई फैक्टर्स को लेकर एक एल्गोरिदम के द्वारा पेज अथॉरिटी का स्कोर निर्धारित करती है।

पेज अथॉरिटी का मतलब है कि आपका वेबपेज सर्च इंजन पर कितना अच्छा रैंक कर सकता है। जितना ज्यादा पेज अथॉरिटी होगा, उतनी ही ज्यादा संभावना होगी कि आपका वेबपेज गूगल या अन्य सर्च इंजन पर पहले पेज पर दिखेगा।

पेज अथॉरिटी को कैसे चेक करें? (How to Check Page Authority?)

Page Authority Kya Hai? –पेज अथॉरिटी को चेक करने के लिए आपको MOZ की वेबसाइट पर जाना होगा, जहाँ आपको एक टूल मिलेगा, जिसका नाम है Link Explorer । इस टूल में आपको अपने वेबपेज का URL डालना होगा, और फिर आपको उसका पेज अथॉरिटी स्कोर दिखाया जाएगा।

इसके अलावा, आप MOZ का एक एक्सटेंशन भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जिसका नाम है MozBar। यह एक्सटेंशन आपको ब्राउजर में ही पेज अथॉरिटी को दिखाता है, जब आप किसी वेबपेज को ओपन करते हैं।

पेज अथॉरिटी को कैसे बढ़ाएं? (How to Increase Page Authority?)

पेज अथॉरिटी को बढ़ाने के लिए आपको अपने वेबपेज को SEO फ्रेंडली बनाना होगा। इसके लिए आपको कुछ टिप्स फॉलो करने होंगे, जैसे कि:

बैकलिंक वह होते हैं, जब कोई अन्य वेबसाइट आपके वेबपेज को लिंक करती है। यह आपके वेबपेज की रिप्यूटेशन और ट्रस्ट को बढ़ाते हैं, जो कि पेज अथॉरिटी के लिए जरूरी है। लेकिन याद रखें, कि आपको सिर्फ उन्हीं वेबसाइटों से बैकलिंक प्राप्त करने चाहिए, जो आपके निचे से रिलेटेड हों, और जिनकी डोमेन अथॉरिटी अच्छी हो।

ऑन पेज SEO सही से करें (Do On Page SEO Properly):

ऑन पेज SEO का मतलब है, कि आपको अपने वेबपेज को उस तरह से ऑप्टिमाइज करना है, कि वह सर्च इंजन के लिए आसानी से समझ में आए। इसके लिए आपको अपने वेबपेज में ये चीजें शामिल करनी होंगी:

  • टाइटल (Title): आपका टाइटल आपके वेबपेज का सारांश देना चाहिए, और उसमें आपका फोकस कीवर्ड भी होना चाहिए। आपका टाइटल 60 अक्षरों से कम होना चाहिए, और उसमें कोई पावर वर्ड भी शामिल होना चाहिए, जो आपके वेबपेज को आकर्षक बनाए। जैसे कि, “पेज अथॉरिटी क्या है और कैसे बढ़ाएं?” में “कैसे बढ़ाएं” एक पावर वर्ड है, जो आपके वेबपेज को ज्यादा क्लिकेबल बनाता है।
  • मेटा टाइटल और मेटा डिस्क्रिप्शन (Meta Title and Meta Description): ये वह टेक्स्ट होते हैं, जो सर्च इंजन पर आपके वेबपेज के नीचे दिखाई देते हैं। ये आपके वेबपेज को और अधिक विवरणात्मक और प्रलोभनात्मक बनाते हैं, जिससे आपके वेबपेज पर ज्यादा ट्रैफिक आता है। आपका मेटा टाइटल 60 अक्षरों से कम होना चाहिए, और आपका मेटा डिस्क्रिप्शन 160 अक्षरों से कम होना चाहिए। इनमें भी आपका फोकस कीवर्ड शामिल होना चाहिए। जैसे कि, “पेज अथॉरिटी क्या है और कैसे बढ़ाएं? इस लेख में हम आपको पेज अथॉरिटी के बारे में सब कुछ बताएंगे, जैसे कि इसका मतलब, चेक करने का तरीका, और बढ़ाने के उपाय।”
  • हेडिंग्स (Headings): आपके वेबपेज में अलग-अलग हेडिंग्स होने चाहिए, जो आपके वेबपेज को अच्छी तरह से अनुक्रमित करते हैं। आपके हेडिंग्स H1 से H6 तक हो सकते हैं, जिनमें से H1 सबसे बड़ा और मुख्य हेडिंग होता है, जो आपके वेबपेज का टाइटल होता है। बाकी के हेडिंग्स आपके वेबपेज के अलग-अलग विषयों या उपविषयों को दर्शाते हैं। आपके हेडिंग्स में भी आपका फोकस कीवर्ड या उसके वैरिएशन होने चाहिए। जैसे कि, “पेज अथॉरिटी क्या है?” H2 हेडिंग है, जिसमें फोकस कीवर्ड है।
  • कंटेंट (Content): आपका कंटेंट आपके वेबपेज का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो आपके विजिटर्स को आपके विषय के बारे में जानकारी देता है। आपका कंटेंट आकर्षक, विवरणात्मक, और उपयोगी होना चाहिए, जो आपके विजिटर्स को आपके वेबपेज पर रुकने और आपके वेबपेज को शेयर करने के लिए प्रेरित करता है। आपका कंटेंट में भी आपका फोकस कीवर्ड या उसके वैरिएशन कई बार आना चाहिए, लेकिन ध्यान रखें, कि आप इसे ज्यादा बार न लिखें, वरना आपका कंटेंट स्पैमी लग सकता है। आपका फोकस कीवर्ड आपके कंटेंट के पहले 10% में आना चाहिए, और आप उसे बोल्ड कर सकते हैं, जैसे कि, “पेज अथॉरिटी का मतलब है कि आपका वेबपेज सर्च इंजन पर कितना अच्छा रैंक कर सकता है।”
  •  इमेजेज (Images): आपके वेबपेज में कुछ इमेजेज होने चाहिए, जो आपके कंटेंट को और ज्यादा विशुअल और इंटरेस्टिंग बनाते हैं। आपके इमेजेज को आपके विषय से रिलेटेड होना चाहिए, और उनका क्वालिटी अच्छा होना चाहिए। आपके इमेजेज को आपके कंटेंट में सही जगह पर लगाना चाहिए, जहाँ वह आपके कंटेंट को समर्थित करते हैं। आपके इमेजेज को आपके फोकस कीवर्ड से रिलेवेंट अल्ट टेक्स्ट देना चाहिए, जो आपके इमेजेज का विवरण देता है, और सर्च इंजन को आपके इमेजेज को समझने में मदद करता है। 
  • इंटरनल और एक्सटरनल लिंक्स (Internal and External Links): आपके वेबपेज में कुछ इंटरनल और एक्सटरनल लिंक्स (Internal and External Links) होने चाहिए, जो आपके वेबपेज को और ज्यादा अधिकृत और उपयोगी बनाते हैं। इंटरनल लिंक्स (Internal Links) वह होते हैं, जो आपके वेबपेज से आपकी ही वेबसाइट के अन्य वेबपेज को लिंक करते हैं। यह आपके वेबपेज को अच्छी तरह से जुड़ा हुआ रखते हैं, और आपके विजिटर्स को आपकी वेबसाइट पर ज्यादा देर तक रुकने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। एक्सटरनल लिंक्स (External Links) वह होते हैं, जो आपके वेबपेज से आपकी वेबसाइट से बाहर के किसी अन्य वेबसाइट को लिंक करते हैं। यह आपके वेबपेज को और ज्यादा विश्वसनीय और सूत्रधार बनाते हैं, जो आपके विषय से संबंधित अन्य उपयोगी जानकारी या संसाधन प्रदान करते हैं। आपके लिंक्स को आपके कंटेंट में सही जगह पर लगाना चाहिए, जहाँ वह आपके कंटेंट को समर्थित करते हैं। आपके लिंक्स को आपके फोकस कीवर्ड से रिलेवेंट एंकर टेक्स्ट देना चाहिए, जो आपके लिंक्स का विषय बताता है, और आपके विजिटर्स को आपके लिंक्स को क्लिक करने के लिए प्रेरित करता है। 

Mobile Friendly वेबसाइट बनायें (Make a Mobile Friendly Website):

Mobile Friendly वेबसाइट का मतलब है, कि आपकी वेबसाइट मोबाइल डिवाइस पर भी अच्छी तरह से लोड होती है, और उसका डिज़ाइन और फंक्शनालिटी मोबाइल यूजर्स के लिए अनुकूल होता है। Mobile Friendly वेबसाइट बनाने के लिए आपको ये बातें ध्यान में रखनी होंगी:

  • Mobile Responsive Theme or Template चुनें (Choose a Mobile Responsive Theme or Template): आपकी वेबसाइट की थीम या टेम्पलेट Mobile Responsive होनी चाहिए, यानी कि वह अलग-अलग स्क्रीन साइज़ और ओरिएंटेशन के अनुसार अपने आप एडजस्ट होती है। इससे आपकी वेबसाइट का लेआउट और नेविगेशन मोबाइल यूजर्स के लिए आसान और सुंदर बनता है। आप अपनी वेबसाइट के लिए कोई भी Mobile Responsive Theme or Template चुन सकते हैं, जो आपके विषय और ब्रांड के साथ मेल खाता हो।
  • Content को Strip Back करें (Strip Back Your Content): आपका Content मोबाइल यूजर्स के लिए भी आकर्षक, विवरणात्मक, और उपयोगी होना चाहिए, लेकिन उसमें कोई अनावश्यक या अतिरिक्त जानकारी न हो। आपको अपने Content को Strip Back करना होगा, यानी कि आपको अपने Content को छोटा, साफ, और स्पष्ट करना होगा, जो मोबाइल यूजर्स को आसानी से पढ़ने और समझने में मदद करता है। आपको अपने Content में केवल वही जानकारी शामिल करनी है, जो आपके विषय और उद्देश्य के लिए जरूरी है।
  • Images और CSS को Light करें (Make Images and CSS as Light as Possible): आपकी वेबसाइट की Images और CSS को Light करना होगा, यानी कि आपको उनका साइज़ और लोडिंग टाइम कम करना होगा, जो आपकी वेबसाइट को मोबाइल डिवाइस पर तेज़ी से लोड होने में मदद करता है। आपको अपनी Images को Compress करना होगा, जो उनका साइज़ कम करता है, बिना उनकी क्वालिटी को खराब किए। आपको अपनी CSS को Minify करना होगा, जो उनमें से कोई भी अनावश्यक कोड को हटा देता है, और उनका लोडिंग टाइम कम करता है।
  • Mobile Friendly Test करें (Test Your Website for Mobile Friendliness): आपको अपनी वेबसाइट को Mobile Friendly Test करना होगा, जो आपको बताता है, कि आपकी वेबसाइट मोबाइल डिवाइस पर कैसी दिखती है, और उसमें कोई भी इश्यू तो नहीं है। आप अपनी वेबसाइट को Mobile Friendly Test करने के लिए Google Mobile Friendly Test का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो आपको आपकी वेबसाइट का स्क्रीनशॉट, और उसमें कोई भी इम्प्रूवमेंट की जरूरत हो तो उसके बारे में बताता है।

Page Authority Kya Hai? –Spammy Links का मतलब है, कि आपकी वेबसाइट को उन वेबसाइटों से लिंक मिलते हैं, जो आपके विषय से रिलेवेंट नहीं हैं, या जो गूगल के गाइडलाइन्स का उल्लंघन करते हैं। Spammy Links आपकी वेबसाइट को नुकसान पहुंचाते हैं, क्योंकि वे आपकी वेबसाइट की रिप्युटेशन को खराब करते हैं, और गूगल के द्वारा पेनाल्टी का कारण बन सकते हैं। Spammy Links को हटाने के लिए आपको ये बातें करनी होंगी:

आपको अपनी वेबसाइट के बैकलिंक प्रोफाइल को अच्छी तरह से अनालाइज करना होगा, और उन लिंक्स को पहचानना होगा, जो Spammy हैं। आप अपनी वेबसाइट के बैकलिंक प्रोफाइल को गूगल सर्च कंसोल, या किसी अन्य टूल जैसे कि SEO Spyglass, Ahrefs.com], या Raven Tools का इस्तेमाल करके देख सकते हैं। Spammy Links को पहचानने के लिए आपको इन बातों का ध्यान रखना होगा:

  • लिंक का सोर्स (Link Source): आपको देखना होगा, कि आपका लिंक किस वेबसाइट से आ रहा है, और वह वेबसाइट कितनी विश्वसनीय और अधिकृत है। अगर आपका लिंक किसी ऐसी वेबसाइट से आ रहा है, जो आपके विषय से रिलेवेंट नहीं है, या जो गूगल के गाइडलाइन्स का उल्लंघन करती है, जैसे कि पॉर्न, पिल्स, या पोकर, तो वह लिंक Spammy हो सकता है।
  • लिंक का एंकर टेक्स्ट (Link Anchor Text): आपको देखना होगा, कि आपका लिंक किस एंकर टेक्स्ट से जुड़ा हुआ है, और वह एंकर टेक्स्ट कितना रिलेवेंट और प्राकृतिक है। अगर आपका लिंक किसी ऐसे एंकर टेक्स्ट से जुड़ा हुआ है, जो आपके विषय से रिलेवेंट नहीं है, या जो आपके फोकस कीवर्ड को बार-बार रिपीट करता है, तो वह लिंक Spammy हो सकता है।
  • लिंक का कंटेक्स्ट (Link Context): आपको देखना होगा, कि आपका लिंक किस कंटेक्स्ट में आ रहा है, और वह कंटेक्स्ट कितना रिलेवेंट और उपयोगी है। अगर आपका लिंक किसी ऐसे कंटेक्स्ट में आ रहा है, जो आपके विषय से रिलेवेंट नहीं है, या जो आपके विजिटर्स को कोई वैल्यू नहीं देता है, जैसे कि ब्लॉग कमेंट्स, फोरम पोस्ट्स, या विजेट्स, तो वह लिंक Spammy हो सकता है।

Spammy Links का मतलब है, कि आपकी वेबसाइट को उन वेबसाइटों से लिंक मिलते हैं, जो आपके विषय से रिलेवेंट नहीं हैं, या जो गूगल के गाइडलाइन्स का उल्लंघन करते हैं। Spammy Links आपकी वेबसाइट को नुकसान पहुंचाते हैं, क्योंकि वे आपकी वेबसाइट की रिप्युटेशन को खराब करते हैं, और गूगल के द्वारा पेनाल्टी का कारण बन सकते हैं। Spammy Links को हटाने के लिए आपको उन्हें पहचानना और उनसे छुटकारा पाना होगा। Spammy Links को हटाने के लिए आपके पास ये विकल्प हो सकते हैं:

  • लिंक को डिलीट करें (Delete the Link): अगर आपको लगता है, कि आपका लिंक किसी ऐसी वेबसाइट से आ रहा है, जिसका आपके साथ कोई संबंध नहीं है, या जिसका आपको कोई नियंत्रण नहीं है, तो आप उस वेबसाइट के वेबमास्टर को कॉन्टैक्ट करके उनसे अनुरोध कर सकते हैं, कि वह आपका लिंक डिलीट कर दें। यह एक सरल और तेज़ तरीका है, लेकिन इसके लिए आपको वेबमास्टर का कॉन्टैक्ट डिटेल पता होना चाहिए, और वह आपके अनुरोध को मानने को तैयार होना चाहिए।
  • लिंक को डिसावो करें (Disavow the Link): अगर आपको लगता है, कि आपका लिंक किसी ऐसी वेबसाइट से आ रहा है, जिसका आपके साथ कोई संबंध नहीं है, या जिसका आपको कोई नियंत्रण नहीं है, और वह आपका लिंक डिलीट करने के लिए तैयार नहीं है, तो आप उस लिंक को डिसावो कर सकते हैं। डिसावो करना का मतलब है, कि आप गूगल को बताते हैं, कि आप उस लिंक को अपनी वेबसाइट के लिए गिनना नहीं चाहते हैं, और वह उस लिंक को आपकी वेबसाइट की रैंकिंग में शामिल न करे। डिसावो करने के लिए आपको गूगल सर्च कंसोल का इस्तेमाल करके एक डिसावो फाइल बनानी होगी, जिसमें आपको उन सभी लिंक्स का लिस्ट देना होगा, जिन्हें आप डिसावो करना चाहते हैं।
  • लिंक को रिप्लेस करें (Replace the Link): अगर आपको लगता है, कि आपका लिंक किसी ऐसी वेबसाइट से आ रहा है, जिसका आपके साथ कोई संबंध है, या जिसका आपको कुछ नियंत्रण है, लेकिन वह लिंक Spammy है, तो आप उस लिंक को रिप्लेस कर सकते हैं। रिप्लेस करना का मतलब है, कि आप उस लिंक को किसी और लिंक से बदल देते हैं, जो आपके विषय से रिलेवेंट है, और जो गूगल के गाइडलाइन्स का पालन करता है। रिप्लेस करने के लिए आपको उस वेबसाइट के वेबमास्टर को कॉन्टैक्ट करके उनसे अनुरोध करना होगा, कि वह आपका लिंक बदल दें, या आप खुद ही अपनी वेबसाइट पर लिंक को एडिट कर सकते हैं।

Page Authority Kya Hai? – निष्कर्ष (Conclusion)

Page Authority Kya Hai? – पेज अथॉरिटी आपके वेबपेज की सर्च इंजन में रैंकिंग को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण फैक्टर है। आपको अपने वेबपेज को SEO फ्रेंडली बनाने के लिए अपने वेबपेज में अच्छे बैकलिंक, ऑन पेज SEO, इमेजेज, और इंटरनल और एक्सटरनल लिंक्स शामिल करने चाहिए। इससे आपका पेज अथॉरिटी बढ़ेगा, और आपका वेबपेज सर्च इंजन पर अच्छी रैंकिंग पाएगा।

आशा है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा, और आपको पेज अथॉरिटी के बारे में सब कुछ समझ में आया होगा। अगर आपको इस लेख से जुड़ी कोई भी सवाल या सुझाव हो, तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं। हम आपके सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे।

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